SIP में पैसा लगाते समय नए निवेशक अक्सर यही गलतियां करते है, आप ये गलती नहीं करे

How to invest in SIP for Beginners in Hindi

दोस्तों क्या आप भी खोज रहे है की How to invest in SIP for beginners in Hindi तो आप बिल्कुल सही जगह पर आए है क्योंकि आज के इस पोस्ट मे हम बताने वाले है की How to invest in SIP for beginners in Hindi । दोस्तों SIP में अगर आप निवेश करना चाहते है तो निवेश करने से पहले इसके बारे में पूरी जानकारी हासिल कर लीजिए, क्योंकि जानकारी की कमी के कारण बहुत निवेशक कुछ गलतियां कर बैठते हैं और लाभ प्राप्त करने की जगह नुकसान उठाना पड़ जाता है.

SIP Investment Tips in Hindi: SIP मतलब Systematic Investment Plan होता है । दोस्तों SIP प्लान की मदद से छोटा या मध्यम निवेशक एक बहुत बड़े पूंजी को एकत्रित कर सकते है । दरअसल मे SIP प्लान भी एक प्रकार की म्यूचूअल फंड ही होता है और SIP प्लान को म्यूचूअल फंड को सबसे बेहतरीन प्लान मन जाता है । SIP प्लान एक लंबे समय मे लाभ पहुँचाने वाली प्लान है जिसकव कारण यह म्यूचूअल फंड की दूसरे प्लान के मुकाबले यह अच्छा रिटर्न देती है । यही कारण है की SIP प्लान म्यूचूअल फंड की सबसे लोकप्रिय प्लान मे से एक है ।

लेकिन जानकारी की कमी के कारण SIP प्लान मे इनवेस्टमेंट करते समय नए निवेशक कुछ गलती कर लेते है जिसके कारण उसको अंत मे उसे लाभ प्राप्त होने की बजाय हानी हो जाती है ।

आज के इस पोस्ट मे SIP प्लान मे इनवेस्टमेंट करते समय होने वाले हम कुल पाँच गलतियों पर बातें करेंगे जो की अक्सर निवेशक करते है –

(1) वित्तीय लक्ष्य स्पष्ट न होना

  • अगर आप म्यूचुअल फंड में निवेश करना चाहते है तो आपके वित्तीय लक्ष्य स्पष्ट होने चाहिए.
  • अगर आपके वित्तीय लक्ष्य स्पष्ट नहीं है और बस आप अपनी पूंजी को एकत्रित करना चाहते है तो आप गलत फंड चुन सकते हैं.

(2) ग्रोथ के बजाय डिविडेंड प्‍लान चुनना

  • ग्रोथ प्‍लान के बजाय डिविडेंड प्‍लान को Preference देना ठीक नहीं है.
  • ऐसा करने वाले नए निवेशकों को लगता राहत है कि जब म्‍यूचुअल फंड डिविडेंड की घोषणा करेगा तो उनको ज्यादा लाभ होगी.
  • यह बात अधिकतर निवेशकों को नहीं पता राहत है कि म्‍यूचुअल फंड्स अपनी असेट्स अंडर मैनेजमेंट से ही डिविडेंड का Payment करते हैं. इससे भुगतान किया गया डिविडेंड एनएवी से घट जाता है. जबकि, डिविडेंड की गणना फंड की फेस वल्‍यू पर की जाती है, ना कि एनएवी के आधार पर.
  • यह बात भी ध्यान रख लीजिए कि ग्रोथ प्‍लांस में निवेशकों को टैक्‍स छूट के मामले में भी ज्‍यादा लाभ मिलता है.

(3) बाजार जब नीचे आ रहा हो तो ये गलती न करें

  • कई निवेशक यह गलती करते है की बाजार नीचे आने पर SIP Plan को रोक देते हैं और जब बाजार ऊपर चढ़ जाता है तो निवेश शुरू करते हैं.
  • लेकिन ऐसा करना बहुत गलत है और यह निवेश के बुनियादी सिद्धांत बाय लो एंड सेल हाई के बिल्कुल उल्टा है. आप गिरते बाजार के समय भी निवेश जारी रखकर इस गलती के कारण होने वाली हानी से बच सकते हैं.
  • बाजार की चाल पर बिल्कुल ध्यान मत दीजिए बल्कि निवेश अवधि के साथ मेल खाते फंड्स की कैटेगरी में इनवेस्ट करें. इस प्रकार आप सही फंड चुन सकते हैं.

(4) बार-बार बदलाव न करें

  • लगातार अपने पोर्टफोलियो में एडजस्ट मत कीजिए.
  • किसी दूसरों की देखा-देखी शेयर्स की खरीद-बिक्री न करें. ऐसा नुकसानदायक हो सकता है क्योंकि हर किसी के वित्तीय लक्ष्य और स्थितियां अलग होती हैं.
  • बहुत से नए निवेशक लोग फंड के पिछले प्रदर्शन के आधार पर निवेश करना चाहते हैं लेकिन यह पूरी तरह सही नहीं है. इस बात का हमेशा ध्यान रखें कि फंड का रिटर्न समय के साथ साथ बदलता रहता है.
  • फंड का मूल्य हर तिमाही में बदलता है. फंड्स को चुनने से पहले आपको अन्य सभी मानकों का संदर्भ भी लेना चाहिए, इस से आप सही फंड्ज चुन पाएंगे.

(5) कम एनएवी को ना मानें सस्‍ता फंड

  • कम एनएवी (नेट एसेट वैल्‍यू) को सस्‍ते फंड के तौर पर नहीं लेना चाहिए.
  • फंड की NAV ज्‍यादा या कम होने के कई कारण हो सकते हैं, तो आप इसको सस्ता फंड मान लेने की गलती मत कीजिए.
  • निवेशकों को म्‍यूचुअल फंड में SIP प्लान के जरिए निवेश करते समय उसकी एनएवी पर ज्‍यादा जोर न दें.
  • निवेशकों को फंड के पिछले प्रदर्शन पर थोड़ी बहुत ध्‍यान देना चाहिए. लेकिन साथ ही उसकी भविष्‍य की योजनाओं पर फोकस करना चाहिए.

म्यूचुअल फंड में एसआईपी क्या है?

SIP का फूल फॉर्म Systematic Investment Plan होता है । SIP प्लान म्यूचूअल फंड की सबसे लोकप्रिय प्लान है क्योंकि यह एक लंबी अवधि मे अच्छा रिटर्न देती है । अतः इसमे हानी होने की संभावना काम होती है इसलिए यह सबसे लोकप्रिय प्लान है ।

सिप पॉलिसी क्या है?

SIP का फूल फॉर्म Systematic Investment Plan होता है । SIP प्लान म्यूचूअल फंड की सबसे लोकप्रिय प्लान है क्योंकि यह एक लंबी अवधि मे अच्छा रिटर्न देती है । अतः इसमे हानी होने की संभावना काम होती है इसलिए यह सबसे लोकप्रिय प्लान है ।

एसआईपी में निवेश कैसे करें?

SIP प्लान मे निवेश करने के लिए आपको एक अच्छा से कंपनी का सीप प्लान को रेजिस्टर्ड करना पड़ेगा फिर कंपनी के द्वारा आपका KYC वेरीफिकेशन किया जाएगा और आपका सीप प्लान को Activate कर दिया जाएगा ।

दोस्तों अगर आपको हमारे द्वारा प्रस्तुत SIP Investment Tips in Hindi पसंद आया है तो इस पोस्ट को अपने दोस्तों को जरूर शेयर कीजिए और इस पोस्ट के नीचे कमेन्ट बॉक्स मे SIP Investment Tips in Hindi से संबंधित अपनी सुझाव या प्रतिक्रिया दे सकते है ।

Leave a Comment

Ways to Study in Abroad in Cheap Fee गाँव से शुरू करने वाले बिजनेस जो 10,000 से कम मे हो सकता है। Top Business Ideas which you can do in wedding season. Top 5 applications for Earn money Online in india. Top 5 Money Earning apps Without Investment In 2022